अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
मोतीनगर स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने बड़े हनुमान मंदिर का मुख्य द्वार अब शीघ्र ही भव्य स्वरूप में दिखाई देगा। लंबे समय से चले आ रहे विवाद को प्रशासनिक पहल और दोनों पक्षों की सहमति से समाप्त कर दिया गया है। अब मंदिर समिति और भूमि स्वामी की रजामंदी से मुख्य द्वार का निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।
प्रशासन ने कराया समाधान
रविवार को कोतवाली परिसर में नगर मजिस्ट्रेट, एएसपी, नायब तहसीलदार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। उनकी मध्यस्थता में मंदिर समिति और प्रकाश मसीनरी के मालिकों के बीच सहमति बनी। निर्णय हुआ कि द्वार का निर्माण दोनों पक्षों की सहमति से निर्धारित स्थल पर किया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी प्रकार का विवाद न रहे।
श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान
‘नर सेवा नारायण सेवा’ के संस्थापक व भाजपा नेता विमल द्विवेदी और श्री संकट मोचन समिति के अध्यक्ष श्रीकांत तिवारी ने कहा कि यह निर्णय समस्त श्रद्धालुओं की भावनाओं के अनुरूप है। उन्होंने जिला प्रशासन, मंदिर समिति और उपस्थित सभी भक्तों का आभार जताया।
बैठक में रहे प्रमुख लोग
समाधान वार्ता के दौरान बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, अधिवक्ता और सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से राकेश शुक्ला, संदीप पांडेय, योगेश मिश्रा, संजीव श्रीवास्तव, अधिवक्ता सौरभ श्रीवास्तव, अधिवक्ता अजय श्रीवास्तव, अधिवक्ता सोनू सिंह, पंकज दीक्षित, मोनू अवस्थी, अजय त्रिवेदी, अधिवक्ता राघवेंद्र पांडेय, अभिषेक तिवारी, अखिलेश मिश्रा सहित दोनों पक्षों के प्रतिनिधि व वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल रहे।
भक्तों में उल्लास
निर्णय के बाद भक्तों में हर्ष की लहर दौड़ गई। उनका कहना है कि भव्य मुख्य द्वार बनने से मंदिर की गरिमा और बढ़ेगी तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए यह ऐतिहासिक धरोहर के रूप में सुरक्षित रहेगी।





























