अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो–सिद्धी टुडे, उन्नाव
अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर चलेगा अभियान, प्रत्येक केंद्र पर सीसीटीवी और डॉक्टर की उपस्थिति अनिवार्य
उन्नाव।
जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों की कार्यप्रणाली पर नकेल कसते हुए जिलाधिकारी गौरांग राठी ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि भ्रूण लिंग परीक्षण जैसी गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी केंद्र या डॉक्टर को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पीसीपीएनडीटी अधिनियम का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए, और सभी केंद्र निर्धारित मानकों के अनुसार ही संचालन करें।
यह निर्देश मंगलवार को विकास भवन सभागार में आयोजित पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) समिति की बैठक के दौरान दिए गए, जिसकी अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी ने की। इस बैठक में जिले के विभिन्न अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयराम सिंह ने बैठक के दौरान जिले में पंजीकृत, निलंबित और निरस्त केंद्रों की अद्यतन स्थिति जिलाधिकारी को अवगत कराई। इस पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए निर्देश दिए कि जिले में संचालित सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों का भौतिक निरीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी केंद्र अवैध या बिना पंजीकरण के न चल रहा हो।
केंद्रों पर अनिवार्य रूप से ये हों व्यवस्थाएं:
पंजीकृत डॉक्टर ही करें परीक्षण, और उनकी फोटो केंद्र में प्रदर्शित हो।
हर वर्ष डॉक्टर से लिया जाए कार्य करने का शपथ पत्र।
सीसीटीवी कैमरे में कम से कम 45 दिन का रिकॉर्डिंग डाटा सुरक्षित हो।
डॉक्टर यदि अवकाश पर हों तो पूर्व में CMO को ईमेल से सूचना देना अनिवार्य।
डॉक्टर की उपस्थिति का समय स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हो।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि एक विशेष निरीक्षण टीम गठित कर सभी केंद्रों का औचक निरीक्षण कराया जाए। निरीक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के साथ-साथ केंद्र का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।
उन्होंने दो टूक कहा कि “किसी भी हाल में प्रसव पूर्व भ्रूण लिंग परीक्षण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि समाज में बेटियों के अधिकारों के साथ अन्याय भी है।”
सख्त सन्देश, स्पष्ट चेतावनी
जिलाधिकारी ने चेताया कि दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ भ्रूण हत्या से जुड़े मामलों में कठोर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। साथ ही भारी जुर्माना भी लगाया जाएगा।
बैठक में एसीएमओ डॉ. नरेंद्र सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ. मनीष सहित जनपद के अल्ट्रासाउंड केंद्रों के संचालक मौजूद रहे।