अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
उन्नाव जिले के अजगैन थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती इस वक्त न्याय की गुहार में दर-दर भटक रही है।
ग्राम महेश खेड़ा माजरा माकूर निवासी गुड़िया पुत्री रामबरन का रिश्ता ग्राम ओरहापुर कौड़िया निवासी पंकज पुत्र रमाकांत के भाई प्रदीप से तय हुआ था।
प्रदीप ने गुड़िया को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और वर्षों तक उसका शोषण करता रहा।
जब शादी का समय आया, तो प्रदीप ने विवाह से साफ इंकार कर दिया।
गुड़िया ने मामले की शिकायत थाना अजगैन में की, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
इतना ही नहीं, अब लड़की और उसके परिजनों को लगातार धमकियां और सामाजिक दबाव झेलना पड़ रहा है।
हालात ऐसे हैं कि परिवार अपने ही घर में सुरक्षित नहीं रह पा रहा और मजबूरन दूसरे के घर शरण लेनी पड़ रही है।
गुड़िया का सवाल आज भी गूंज रहा है —
“क्या बेटी का दर्द सिर्फ कागज़ों में सिमट जाएगा?”
एक ओर सरकार “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा देती है,
तो दूसरी ओर थाना स्तर पर न्याय की फाइलें धूल फांक रही हैं।
अब देखना यह है कि उन्नाव पुलिस एक बेटी को कब तक इंतज़ार कराएगी।




























