टेट बाध्यता के विरोध में शिक्षकों का प्रदर्शन उग्र प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंप, आर-पार की लड़ाई का ऐलान

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अनुज कुमार वर्मा

ब्यूरो –सिद्धि टुडे,उन्नाव

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सोमवार को जिलेभर के हजारों शिक्षक सड़कों पर उतर आए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2011 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों पर टेट अनिवार्यता लागू किए जाने के फैसले के विरोध में शिक्षकों ने जमकर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
सेवा शर्तों के बाद नई परीक्षा थोपना अन्यायपूर्ण: ब्रजेश पाण्डेय प्रान्तीय मंत्री एवं जिलाध्यक्ष बृजेश पाण्डेय के नेतृत्व में दोपहर बाद निराला उद्यान में हजारों शिक्षक एकत्र हुए। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नियुक्ति के समय सभी शिक्षक आवश्यक अर्हताएं पूर्ण कर चुके हैं, ऐसे में सेवा के वर्षों बाद टेट जैसी नई परीक्षा थोपना न केवल अव्यवहारिक है बल्कि शिक्षकों का अपमान भी है शिक्षकों में असुरक्षा का माहौल, संगठन पूरी ताकत से साथ
जिलामंत्री गजेन्द्र वर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से शिक्षक समाज में असुरक्षा और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि संगठन उनके साथ है और इस अन्याय के विरुद्ध संघर्ष अंतिम चरण तक जाएगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन लखनऊ से दिल्ली तक पहुंचाया जाएगा। संगठन आर-पार की लड़ाई को तैयार सभा को संघर्ष समिति की जिलाध्यक्ष डॉ. रचना सिंह, कोषाध्यक्ष विनोद तिवारी, जिला उपाध्यक्ष सूर्यकांत सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय सिंह, प्रत्यूष मिश्र, तहसील प्रभारी शिवम् चौरसिया समेत कई पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि शिक्षकों को अपमानित करने वाले किसी भी निर्णय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जुलूस निकालकर सौंपा ज्ञापन, गूंजे नारे
सभा के पश्चात आक्रोशित शिक्षकों का विशाल काफिला नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। “शिक्षक एकता जिंदाबाद” और “टेट बाध्यता नहीं चलेगी” जैसे नारों से माहौल गूंज उठा। बाद में प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। शिक्षक संघ की मांग शिक्षक संघ ने मांग की है कि 2011 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टेट बाध्यता से मुक्त किया जाए और उनके भविष्य को सुरक्षित रखने हेतु तत्काल प्रभावी निर्णय लिया जाए।