सिद्धि संवाददाता लखनऊ
टी. एस. मिश्रा लॉ स्कूल, टी. एस. मिश्रा विश्वविद्यालय, लखनऊ ने मंगलवार को अपने नए विधि छात्रों के स्वागत हेतु एक प्रेरणादायी ओरिएंटेशन व्याख्यान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण से परिचित कराना तथा विधि की डिग्री से मिलने वाले विस्तृत करियर अवसरों के बारे में जानकारी देना था।
मुख्य व्याख्यान श्री शंभू नाथ मिश्र, अधिवक्ता एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ के शिक्षण संकाय सदस्य द्वारा दिया गया। अपने संबोधन में श्री मिश्र ने विधि शिक्षा को केवल एक शैक्षणिक पाठ्यक्रम न मानते हुए उसे व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास की यात्रा बताया। उन्होंने जोर दिया कि टी. एस. मिश्रा विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. करना एक विवेकपूर्ण निर्णय है, क्योंकि यह संस्थान केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण पर भी विशेष ध्यान देता है।
विधि व्यवसाय में सफलता के लिए आवश्यक मूलभूत गुणों का उल्लेख करते हुए उन्होंने पढ़ने, लिखने और बोलने की क्षमता पर बल दिया। उन्होंने छात्रों को बहस, मूट कोर्ट और विचार-विमर्श जैसी अतिरिक्त गतिविधियों में सक्रिय भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उनके अनुसार, ये गतिविधियाँ अतिरिक्त नहीं बल्कि विधि शिक्षा की बुनियादी स्तंभ हैं।
श्री मिश्र ने छात्रों को यह भी स्मरण कराया कि विधि हमारे दैनिक जीवन से गहराई से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, “कानून केवल कक्षाओं या न्यायालयों तक सीमित विषय नहीं है। यह वह है जिसका हम प्रतिदिन सामना करते हैं, अक्सर बिना जाने। विधि को समझना हमें न केवल बेहतर पेशेवर बनाता है बल्कि ऐसे जिम्मेदार नागरिक भी बनाता है जो न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में योगदान दे सकते हैं।”
व्यावहारिक प्रशिक्षण की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने इंटर्नशिप, मूट कोर्ट, शोध परियोजनाएँ और सम्मेलनों की भूमिका समझाई। उनके अनुसार, ये अवसर छात्रों को वास्तविक विधिक अभ्यास से परिचित कराते हैं और उन्हें पेशे की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं।
उन्होंने अंत में छात्रों को टी. एस. मिश्र की विरासत की याद दिलाई और कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि ऐसे व्यक्तित्व का निर्माण करना है जो उत्कृष्टता और समाज सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाएँ।
यह व्याख्यान छात्रों को प्रेरित और उत्साहित कर गया, जिससे उन्हें अपने शैक्षणिक सफर और भविष्य की जिम्मेदारियों की स्पष्ट दिशा मिली।
ओरिएंटेशन व्याख्यान में अधिष्ठाता प्रो. डॉ. सी. पी. सिंह एवं संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों का स्वागत किया और उनके उज्ज्वल भविष्य पर विश्वास जताया।





























