पुष्पेंद्र कुमार शुक्ला* *मंडल संपादक सिद्धि टुडे,
प्रयागराज, उ.प्र
कौशाम्बी – बता दें कि मंझनपुर तहसील अंतर्गत अषाढा तिराहे पर सरकार ने सौर ऊर्जा योजना के तहत ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगवाई थी। लेकिन वो लाइट गांव को रोशन नहीं कर पाई। शाम होते ही गांव की गलियों में अंधेरा छा जाता है। योजना की शुरुआत सरकार ने 2012-13 में की थी। इसके तहत ग्राम पंचायत को बजट स्वीकृत हुआ था।
गांव की गलियों के साथ ही मुख्य मार्ग के तिराहे, चौराहे पर व्यापक पैमाने पर स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई। ग्राम अषाढा,दानपुर फैजीपुर सहित दर्जनों गांवों में लाइटें रखरखाव व मरम्मत के अभाव में शोपीस हो गई हैं। वित्तीय वर्ष 2016-17 में बिजली की खपत कम करने के लिए सरकार ने सोलर लाइट लगाने पर खासा जोर दिया। गांव को सौर ऊर्जा से रोशन करने की कवायद हुई। लेकिन उनके देखभाल की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई। गुणवत्ता को दरकिनार कर घटिया किस्म के सोलर पैनल चंद महीने में ही खराब हो गए।
शाम के समय अगर आप सैर करने के लिए अपने घर के आसपास कहीं जा रहे हैं तो थोडा संभलकर, क्योंकि चौराहों को रोशनी देने वाली स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं और सड़कों पर चारों ओर अंधेरा पसरा हुआ है। ऐसे में इस अंधेरे का सीधा फायदा बदमाशों और असमाजिक तत्वों को मिलता है। एक ओर तो रात को सड़कों पर पसरे इस अंधेरे से दुर्घटनाएं होती ही हैं, वहीं दूसरी ओर इसकी ओट में कई लोग आपराधिक गतिविधियों को भी अंजाम देते हैं। इन दिनों क्षेत्र में नये अधिकारी आए हुए हैं लेकिन शायद उनका ध्यान भी इस ओर नहीं जा रहा है| यह कहना गलत नहीं होगा कि शहर अब तक स्मार्ट नहीं हो पाया है इसे सिर्फ स्मार्ट सिटी का झूठा वायदा दे रहे है। चौराहा व समस्त दुकानदारों ने जल्द से जल्द स्ट्रीट लाइट लगवाने की प्रशासन से मांग की।





























