एसपी दीपक भूकर की इंसानियत बनी मिसाल, घायल युवक की जान बचाने को खुद उतरे मैदान में

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अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव

उन्नाव: पुलिस का फर्ज़ केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना ही नहीं, बल्कि ज़रूरतमंदों की मदद करना भी है। इसका जीवंत उदाहरण उन्नाव के पुलिस अधीक्षक (SP) दीपक भूकर ने पेश किया, जब उन्होंने संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए एक सड़क हादसे में घायल युवक को अपनी एस्कॉर्ट गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया।

घटना उस वक्त हुई जब एसपी दीपक भूकर अपने दल-बल के साथ गश्त और थाना निरीक्षण के लिए निकले थे। रास्ते में एक गंभीर सड़क दुर्घटना देखकर उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई। सड़क किनारे एक युवक गंभीर रूप से घायल पड़ा था और दर्द से कराह रहा था, लेकिन वहां मौजूद लोग असमंजस में खड़े थे।

एक पल की देरी किए बिना एसपी दीपक भूकर ने मानवता का परिचय देते हुए घायल युवक को अपनी एस्कॉर्ट गाड़ी में बिठाया और तुरंत अस्पताल रवाना करवाया। इसी के साथ उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) से फोन पर बात कर युवक के तत्काल उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उनकी इस तत्परता और संवेदनशीलता से युवक को समय रहते इलाज मिल सका, जिससे उसकी जान बच गई।

एसपी दीपक भूकर ने घटना के बाद लोगों से समाज में ज़रूरतमंदों की मदद के लिए आगे आने की अपील करते हुए कहा,
“इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। हर व्यक्ति को संकट में फंसे लोगों की मदद के लिए तत्पर रहना चाहिए। यह केवल सामाजिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक नैतिक कर्तव्य भी है।”

एसपी की इस दरियादिली की पूरे जिले में सराहना हो रही है। स्थानीय लोग और प्रशासनिक अधिकारी उनके इस मानवीय कदम को पुलिस की सकारात्मक छवि का प्रतीक मान रहे हैं। उनकी यह पहल आम जनता और पुलिस के बीच विश्वास की एक नई नींव रख रही है।