अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
उन्नाव: जिले में आगामी ईद-उल-फितर, नवरात्र और राम नवमी के मद्देनजर कानून-व्यवस्था और सौहार्द बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर की मौजूदगी में जिला स्तरीय पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस विभाग, धर्मगुरुओं और समाजसेवियों ने हिस्सा लिया। बैठक में त्योहारों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न कराने के लिए कई अहम फैसले लिए गए।
सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक-चौबंद
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ईद, नवरात्र और राम नवमी पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। धार्मिक स्थलों, जुलूस मार्गों और मेलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस प्रशासन को अराजक तत्वों पर विशेष नजर रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।
साफ-सफाई और बुनियादी सुविधाओं पर खास ध्यान
नगर निकायों को निर्देश दिया गया है कि ईदगाहों, मंदिरों और मेलों के स्थलों की विशेष सफाई, पेयजल आपूर्ति और बिजली व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विद्युत विभाग को कहा गया है कि धार्मिक स्थलों के आसपास तारों की जांच की जाए और त्योहारों के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित न हो।
ईदगाह जाने वाले मार्गों की सफाई और चूना डालने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है। इसके अलावा, आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
सख्त नियमों का पालन अनिवार्य
सड़कों पर नमाज की अनुमति नहीं – जरूरत पड़ने पर दो या तीन शिफ्टों में ईद की नमाज अदा की जाए।
डीजे व लाउडस्पीकर की आवाज नियंत्रित होगी – धार्मिक आयोजनों में ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे।
भड़काऊ गानों पर पूरी तरह प्रतिबंध – कोई भी विवादित या सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला गीत नहीं बजेगा।
शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपदवासी आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाएं और किसी भी ऐसी गतिविधि से बचें जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हों। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को सतर्क रहने और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए।
बैठक में एडीएम (न्यायिक) विकास कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राज सहित प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी और धर्मगुरु मौजूद रहे।





























