अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
उन्नाव। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए लगाए गए दिशा सूचक बोर्ड अब नेताओं और विभिन्न संगठनों के बैनरों व पोस्टरों के पीछे छिप गए हैं। जगह-जगह लगे अवैध पोस्टर और होर्डिंग्स के कारण राहगीरों को सही दिशा की जानकारी नहीं मिल पा रही है, जिससे लोगों को रास्ता ढूंढ़ने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रचार के नाम पर अव्यवस्था
शहर के मुख्य चौराहों, तिराहों और सार्वजनिक स्थलों पर नेताओं के जन्मदिन की शुभकामनाओं, राजनीतिक दलों के आयोजनों और अन्य प्रचार सामग्रियों से सड़क किनारे लगे संकेतक पूरी तरह ढक गए हैं। खासकर बाहरी जिलों या राज्यों से आने वाले लोगों को सही दिशा की जानकारी न मिल पाने के कारण भटकना पड़ता है।
प्रशासन की अनदेखी बढ़ा रही समस्या
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद नगर प्रशासन इस समस्या का समाधान नहीं कर रहा है। प्रशासन की अनदेखी के चलते यह समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।
क्या नियम सिर्फ आम जनता के लिए?
सड़क सुरक्षा नियमों के अनुसार, दिशा सूचक बोर्ड साफ और स्पष्ट होने चाहिए ताकि यात्रियों को सही दिशा का पता चल सके। लेकिन उन्नाव में इस नियम का उल्लंघन हो रहा है। नियमों का पालन सिर्फ आम जनता के लिए ही रह गया है, जबकि नेताओं और संगठनों के लिए प्रशासन की कोई सख्ती नजर नहीं आती।
जल्द कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने नगर प्रशासन से अवैध होर्डिंग्स और पोस्टरों को जल्द हटाने की मांग की है, ताकि यातायात व्यवस्था बाधित न हो और लोगों को सही मार्गदर्शन मिल सके।
क्या प्रशासन इस गंभीर समस्या का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करेगा, या जनता इसी तरह परेशान होती रहेगी? सिद्धि टुडे इस जनहित के मुद्दे को प्रमुखता से उठाता रहेगा।