सिद्धि संवाददाता – लखनऊ
टीएस मिश्रा लॉ स्कूल, टीएस मिश्रा विश्वविद्यालय ने प्रथम न्यायमूर्ति टी.एस. मिश्रा मेमोरियल नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता, 2025 के भव्य पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया। जिसमें पूरे भारत में क़ानून के छात्रों की भागीदारी देखी गई। इस कार्यक्रम में टीएस मिश्रा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर श्री कपिल मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जिन्होंने क़ानूनी शिक्षा में मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं के महत्व को रेखांकित किया। सभा को संबोधित करते हुए, श्री कपिल मिश्रा ने ज़ोर देकर कहा कि इस तरह के कार्यक्रम क़ानून के छात्रों के बीच वकालत, क़ानूनी तर्क और अदालत में विश्वास विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रो. (डॉ.) सी.पी. सिंह, विधि संकाय के डीन ने आयोजन समिति के प्रयासों और भाग लेने वाली टीमों के उत्साह की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि मूट कोर्ट प्रतियोगिताएं क़ानूनी शिक्षा का एक अनिवार्य हिस्सा हैं, क्योंकि वे सिद्धांत और व्यवहार के बीच की खाई को कम करती हैं।
बीबीडी यूनिवर्सिटी, लखनऊ और एमिटी लॉ स्कूल, लखनऊ को क्रमशः विजेता और उपविजेता ट्रॉफ़ी से सम्मानित किया गया। बीबीडी विश्वविद्यालय, लखनऊ के सूरज कुमार को सर्वश्रेष्ठ मूटर का ख़िताब दिया गया। कार्यक्रम का समापन डॉ शिप्रा मिश्रा और श्रीमती अन्नपूर्णा त्रिवेदी धन्यवाद भाषण के साथ हुआ जिसमे कार्यक्रम में सम्मिलित सभी गणमान्य व्यक्तियों, विजेताओं और संकाय के छात्रों के योगदान को सराहा गया।
टीएस मिश्रा विश्वविद्यालय ने क़ानूनी पेशेवरों की अगली पीढ़ी का पोषण करते हुए, ऐसी पहलों के माध्यम से अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। विश्वविद्यालय के चांसलर, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री एस. सी. मिश्रा ने विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई दी और छात्रों को निरंतर भागीदारी और सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।