सिद्धि संवाददाता –लखनऊ
विधानसभा अध्यक्ष का बड़ा फैसला, अप्रैल के अंत तक सभी पुराने पास होंगे रद्द
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब विधायकों को टोल प्लाजा पर बिना शुल्क दिए गुजरने की छूट आसानी से नहीं मिलेगी। विधानसभा अध्यक्ष ने आदेश दिया है कि अप्रैल के अंत तक सभी पुराने विधानसभा पास रद्द कर दिए जाएं। अब विधायकों को सिर्फ दो नए पास मिलेंगे और टोल पर छूट तभी मिलेगी जब वे खुद गाड़ी में मौजूद होंगे।
अब नहीं मिलेगी काफिलों को फ्री एंट्री
अभी तक विधानसभा पास का इस्तेमाल कर विधायक अपने साथ कई गाड़ियों के काफिले को भी टोल से बिना शुल्क निकलवा लेते थे। लेकिन अब इस विशेषाधिकार पर रोक लगाने की तैयारी हो चुकी है। नए नियमों के तहत—
✅ हर विधायक को सिर्फ दो पास मिलेंगे।
✅ टोल पर छूट तभी मिलेगी जब विधायक खुद गाड़ी में होंगे।
✅ पास दिखाकर काफिले को टोल फ्री करवाने की सुविधा अब नहीं मिलेगी।
बढ़ेगी पारदर्शिता, जनता को मिलेगी राहत
यह फैसला सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग पर रोक लगाने और व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए लिया गया है। पहले कई विधायक अपने पास का गलत इस्तेमाल कर कई गाड़ियों को टोल से फ्री में पार करवा लेते थे, जिससे आम लोगों को जाम और असुविधा का सामना करना पड़ता था।
अप्रैल के बाद नए नियमों के तहत ही जारी होंगे पास
विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिया है कि अप्रैल के अंत तक सभी मौजूदा पास रद्द कर दिए जाएं और नए नियमों के अनुसार ही पास जारी किए जाएं।
‘वीआईपी संस्कृति’ पर लगेगी लगाम, आम लोग भी होंगे खुश
अब टोल प्लाजा पर विधायकों के काफिलों के कारण ट्रैफिक जाम और मनमानी से लोगों को राहत मिलेगी। सरकार का यह कदम सभी के लिए समान कानून और पारदर्शिता की दिशा में एक अहम फैसला माना जा रहा है।
समानता की ओर एक बड़ा कदम
यह फैसला यह संदेश देता है कि कानून सबके लिए समान है, चाहे वह आम आदमी हो या जनप्रतिनिधि। इससे न सिर्फ व्यवस्था बेहतर होगी बल्कि जनता को भी यह महसूस होगा कि अब ‘वीआईपी कल्चर’ पर लगाम लग रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय निष्पक्षता, अनुशासन और पारदर्शिता लाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है।