भ्रष्टाचार की यह कैसी जुगलबन्दी, हाल ए बेसिक शिक्षा

0
1194

शिक्षिका के ट्रांसफर के नाम पर तीन लारव की हुई ठगी

शिक्षिका से ठगी का मामला, योगी के दरबार में पहुंचा

BIO डब्ल्यू शिक्षक नेता की जुगलबन्दी से नियम बाहर हुआ स्थानीकरण

पति ने शासन की शिकायत, खाता और मोबाइल अवधि की पुष्टि की है

सिद्धि संवाददाता – उन्नाव
उन्नाव । बिछिया ब्लॉक की प्रधान शिक्षिका से अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में तीन लाख रुपये की वसूली द्वारा नियम विफल हस्तांतरण कर दिए जाने का मामला में शिक्षिका के पति मुख्यमंत्री से मिलकर वसूली का खेल का मेगे खुलासा आपको बताते चल रहे हैं कि बिछिया की प्रमुख शिक्षिका रोहन शशूर का अंतरजनपदीय है। स्थानांतरण हापुड़। बनाते हुए आनन-फानन में उसे रिहाई करने का मामला प्रकाश में आने के बाद जिले का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी सामने आने से कर्ट। शिक्षिका के पति सदाकत अली ने लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया है। शासनादेश के विपरीत स्थानांतरण की संस्तुति बीईओ बिछिया के द्वारा की गई है जिसमें शिक्षक नेता ने मुख्य भूमिका निभाई है। पत्नी व शिक्षक नेता के मोबाइल नंबरों को शिकायतयती पत्र में दर्ज कर वहां स्थानांतरण के लिए वसूले गए। रुपये तीन लाख के खाने का दौरा भी दिया गया है।आरोपी अवैध वसूली के दम पर बंद हुआ। और वास्तविक तथ्य छिपाकर बीआईई के द्वारा संस्तुति कराकर कार्य मुक्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल और बैंक खाते से निकली गई जानकारी सच्चाई बयान कर रही है। मामला का खुलासा ना हो इसके लिए पत्नी को शिक्षक नेता के द्वारा डराया जा रहा है। बताया जा रहा है उक्त अवधि को लेकर शिक्षक नेता के द्वारा अफवाहबाजी भी की जा रही है। महानिदेशक विजय किरण आनंद जब उन्नाव में डीएम थे। तब शिक्षिका का पति उन्नाव में तैनात था सिपाही अब अपनी वृद्ध मां को निर्देशक के पार ले जाकर दासता सुनाएंगे।
 मामला आर्थिक अपराध से जुझा होने के कारण मुख्यमंत्री से प्रकरण की जाँच विजिलेंस से कराने की गुहार पीड़िता के पति ने कहा है कि और इस मामले में सभी अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं शिकायतकर्ता पति ने हापुड़ बीएसए की भूमिका करार दे दी है। शिकायत मुख्यमंत्री से की है।
अब देखना यह है कि जीरो टलरेंस की नीति के तहत ठगी करने वालों के साथ विभाग और शासन क्या करेगा