अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
लालगंज हाईवे पर गर्दन खेड़ा के पास आए दिन एक गंभीर मामला सामने आ रहा है। यहां दो युवतियां—रेनू राजपूत और नाज खान—काफी लंबे समय से खुलेआम अश्लील वीडियो बनाती नजर आ रही हैं। हाईवे के किनारे और कभी-कभी बीच सड़क पर इनके द्वारा की जाने वाली हरकतों के कारण यातायात बार-बार बाधित होता है। राहगीरों और वाहन चालकों को असुविधा का सामना करना पड़ता है, लेकिन पुलिस प्रशासन की चुप्पी हैरान करती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब लंबे समय से चल रहा है। कई बार वहां से निकलने वाले यात्रियों ने विरोध भी जताया, लेकिन युवतियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। आए दिन वीडियो शूटिंग के नाम पर सड़क किनारे भीड़ जमा हो जाती है। इससे न केवल जाम की स्थिति बनती है बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहती है।
कानून के अनुसार अश्लीलता फैलाना, सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से भीड़ इकट्ठी करना और सड़क पर बाधा उत्पन्न करना गंभीर अपराध है। फिर भी पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई न किया जाना कई सवाल खड़े करता है। आखिर क्यों प्रशासन आंख मूंदे बैठा है? क्या किसी संरक्षण के चलते यह सब हो रहा है?
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कई बार मना करने के बावजूद भी सुधरने का नाम नहीं और पुलिस द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं होती। हाईवे पर इस तरह की गतिविधियां न केवल सामाजिक मर्यादा को ठेस पहुँचा रही हैं, बल्कि सुरक्षा के लिए भी चुनौती बनी हुई हैं। अगर समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह प्रवृत्ति और बढ़ सकती है।
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग कब इस मामले पर संज्ञान लेते हैं और दोषियों पर कार्रवाई करते हैं। सवाल यही है कि जिस पुलिस से अनुशासन और कानून व्यवस्था की उम्मीद की जाती है, वही मूकदर्शक क्यों बनी हुई है





























