पत्रकारों का शोषण थमेगा कब? उन्नाव अस्पताल की लापरवाही उजागर करने पर पत्रकार से बदसलूकी, प्रेस क्लब ने सौंपा ज्ञापन

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अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव

क्या सच्चाई दिखाना अब सजा का कारण बन गया है?
क्या पत्रकार अब केवल सरकार की तारीफ करने के लिए हैं?
क्या अब सिस्टम की ग़लतियों को उजागर करना पत्रकारों के लिए खतरे की घंटी बन चुका है?

उन्नाव जिला अस्पताल में पत्रकार सच शुक्ला के साथ हुए दुर्व्यवहार ने एक बार फिर इन सभी सवालों को सामने ला खड़ा किया है।

लापरवाही की पोल खोली, मिला अपमान

पत्रकार सच शुक्ला ने जब जिला अस्पताल के फिजियोथेरेपी विभाग में समय पर ताला लटकता पाया, तो उन्होंने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। यह वीडियो वायरल हुआ और लापरवाही उजागर हो गई। लेकिन इस सच्चाई को उजागर करना ही पत्रकार के लिए मुसीबत बन गया। अस्पताल के कुछ चिकित्सकों ने उनके साथ अभद्र भाषा में बात की, धमकाया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।

प्रेस क्लब आया समर्थन में, SP को सौंपा ज्ञापन

घटना के बाद उन्नाव प्रेस क्लब पूरी ताकत से पत्रकार के समर्थन में उतर आया।
प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेंद्र मिश्रा, महामंत्री भानु सिंह चंदेल ,हर्ष यादव, सूरज मिश्रा, विशाल ,रूद्र बाजपेई, सूर्य शुक्ला, अभिषेक दुबे, रामनारायण, पंकज यादव, मनोज अवस्थी ,कृष्णा तिवारी ,विनोद सोनकर, रमन सोनकर,सहित दर्जनों पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक (SP) को ज्ञापन सौंपा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की।

ज्ञापन में साफ तौर पर कहा गया है कि अगर पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई और ऐसे मामलों में दोषियों को संरक्षण मिलता रहा, तो पत्रकारों को मजबूर होकर बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।

अब सबकी निगाहें प्रशासन पर

अब बड़ा सवाल ये है —
क्या पुलिस अधीक्षक इस मामले में निष्पक्ष कार्यवाही करेंगे?
या फिर यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?

प्रेस क्लब ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र और सख़्त कार्यवाही नहीं की गई, तो उन्नाव के पत्रकार सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

आखिर कब तक…?

क्या पत्रकारों को सच दिखाने की सजा यूं ही मिलती रहेगी?

क्या जिम्मेदार डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी कानून से ऊपर हैं?

और सबसे अहम सवाल — क्या उन्नाव प्रशासन अब भी चुप रहेगा…?

लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अगर डर के साए में काम करेगा, तो फिर जनता की आवाज़ कौन उठाएगा?