सीतापुर के पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई की हत्या पर उन्नाव के पत्रकारों में आक्रोश, सौंपा ज्ञापन

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अनुज कुमार वर्मा

ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव

उन्नाव। सीतापुर में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई की नृशंस हत्या के विरोध में उन्नाव के पत्रकारों में गहरा आक्रोश है। सोमवार को प्रेस क्लब उन्नाव के अध्यक्ष धर्मेंद्र मिश्रा और महामंत्री भानु सिंह चंदेल के नेतृत्व में पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने दिवंगत पत्रकार के परिवार को न्याय दिलाने और प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। साथ ही, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से अनुरोध किया कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कड़े नियम बनाए जाएं।

पत्रकारों ने उठाई ये मांगें

ज्ञापन में पत्रकारों ने निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं—

1. दिवंगत पत्रकार के परिवार को न्याय मिले और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।

2. परिवार को आर्थिक सहायता, एक सरकारी आवास और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

3. प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विशेष नीति बनाई जाए।

4. पत्रकारों पर हमलों के मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

5. पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए, ताकि वे निडर होकर निष्पक्ष पत्रकारिता कर सकें।

 

लोकतंत्र के प्रहरी असुरक्षित, तो लोकतंत्र भी खतरे में

प्रेस क्लब उन्नाव के पदाधिकारियों ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के प्रहरी होते हैं, लेकिन अगर वे ही असुरक्षित रहेंगे, तो स्वतंत्र पत्रकारिता और लोकतंत्र, दोनों खतरे में पड़ जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि पत्रकारों को सच लिखने से रोकने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्नाव के पत्रकारों ने दिखाई एकजुटता

विरोध प्रदर्शन में उन्नाव के वरिष्ठ और युवा पत्रकारों ने एकजुट होकर भाग लिया और संदेश दिया कि पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान के लिए पूरा पत्रकार समुदाय संगठित है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक पत्रकार की हत्या नहीं, बल्कि सच को दबाने की कोशिश है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

सरकार से ठोस कार्रवाई की उम्मीद

पत्रकारों ने उम्मीद जताई कि सरकार इस घटना को गंभीरता से लेकर आवश्यक कदम उठाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। उन्होंने कहा कि जब तक दिवंगत पत्रकार के परिवार को न्याय नहीं मिलता और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, तब तक इस मुद्दे को मजबूती से उठाया जाएगा।