अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
उन्नाव: कलेक्ट्रेट स्थित पन्ना लाल सभागार में जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समीक्षा समिति/परामर्श समिति बैंकर्स (डी.एल.आर.सी/डी.सी.सी.) की बैठक आयोजित हुई। बैठक में बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ऋण और उनकी जमानुपात (सीडी रेशियो) की समीक्षा की गई।
बैंकों को ऋण वितरण बढ़ाने के निर्देश
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिले में बैंकों द्वारा ऋण जमानुपात को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने सभी बैंकों को निर्देश दिया कि वे अधिक से अधिक लोगों को ऋण उपलब्ध कराएं, जिससे जिले की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ऋण वितरण की स्थिति पर नाराजगी जताई और इन्हें सुधार के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। पंजाब नेशनल बैंक को सबसे कम ऋण जमानुपात होने पर कड़ी चेतावनी भी दी गई।
सरकारी योजनाओं के तहत बढ़ा ऋण वितरण
अग्रणी जिला प्रबंधक सुनील वर्मा ने जानकारी दी कि इस वर्ष बैंकों द्वारा एनआरएलएम, सीसीए, पीएमएफएमई, एआईएफ और मुद्रा योजना के तहत पिछले वर्ष की तुलना में 100 करोड़ रुपये अधिक ऋण वितरित किया गया, जिससे कुल ₹359.98 करोड़ का ऋण प्रदान किया गया। इसके चलते राज्य स्तर पर जिले की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
किसानों और छोटे व्यवसायियों को ऋण देने पर जोर
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के तहत अधिक से अधिक लाभान्वित किया जाए। केसीसी पशुपालन एवं केसीसी मत्स्य पालन के तहत अधिक किसानों को जोड़ा जाए। साथ ही, पीएम स्वनिधि योजना के तहत लंबित आवेदनों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए गए, ताकि छोटे व्यापारियों और स्ट्रीट वेंडर्स को समय पर ऋण मिल सके।
फसल बीमा में हुई वृद्धि
बैंकों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत इस वर्ष रबी फसल बीमा में 14,000 किसानों की वृद्धि की गई, जिसे लेकर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की और आगे और अधिक किसानों को जोड़ने के निर्देश दिए।
बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में अग्रणी जिला अधिकारी आरबीआई से अपराजिता सिंह, डीडीएम नाबार्ड सुमित कुमार, डीसी एनआरएलएम तेजवंत सिंह, जिला कृषि अधिकारी शशांक चौधरी, केवीआईबी अधिकारी सत्येंद्र कुमार, पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख, एसबीआई एवं आर्यावर्त बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक, इंडियन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक समेत कई बैंक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने सभी बैंक अधिकारियों को सरकारी योजनाओं के लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूरा करने और जनपद में ऋण वितरण को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।