सन्दीप मिश्रा
सिद्धि संवाददाता रायबरेली
रायबरेली।नगर पंचायत लालगंज के अध्यक्ष कक्ष में उनके पति के बैठने पर सभासदों ने ऐतराज किया है।सभासद दीपक मिश्रा,अतुल शर्मा व राघवेन्द्र सूर्यवंशी ने अधिशासी अधिकारी से अध्यक्ष के ना रहने पर कक्ष बन्द रखने की मांग की है।लिखित शिकायत की प्रतिलिपि सचिव नगर विकास विभाग,मण्डलायुक्त और जिलाधिकारी को भेजी गयी है।नगर के तेज तर्रार युवा सभासद दीपक मिश्रा,अतुल शर्मा व जिला योजना समिति सदस्य व सभासद राघवेन्द्र सूर्यवंशी ने अधिशासी अधिकारी से शिकायत की कि नगर पंचायत लालगंज का अध्यक्ष कक्ष अध्यक्ष की अनुपस्थिति में खुला रहता है,जहां पर उनके पति दीपेन्द्र गुप्ता व कई अन्य साथी जमावड़ा लगाये रहते हैं।अध्यक्ष कक्ष में अध्यक्ष के ना रहने पर दीपेन्द्र गुप्ता जनता की फरियाद सुनते हैं और निराकरण के लिये विधिवत कर्मचारियों को आदेश/निर्देश करते रहते हैं।सभासदों ने कहा कि दीपेन्द्र गुप्ता बोर्ड में पारित प्रस्तावों की अवहेलना करते हुये मनमाने ढंग से काम करवाते हैं और उनका मनमाना भुगतान करवाते हैं,जिससे उनके द्वारा कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।सभासदों ने पत्र में लिखा कि दीपेन्द्र गुप्ता नगर पंचायत के अभिलेखों को मंगाकर उनसे छेड़छाड़ करते हैं,आवश्यक फाइलों और दस्तावेजों को अपने कब्जे में किये हुये हैं।सभासदों ने यह भी लिखा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ उनका बातचीत का ढंग व व्यवहार अशोभनीय है।जिला योेजना समिति सदस्य राघवेन्द्र सूर्यवंशी ने कहा कि एक ओर जहां सरकार द्वारा नारी वन्दन कार्यक्रम के तहत महिलाओं को सम्मान दिलाने का कार्य किया जा रहा है,वहीं नगर पंचायत लालगंज में महिलाओं को कमजोर समझने वाले उनके पति दीपेन्द्र गुप्ता मात्र हस्ताक्षर तक सीमित रखकर स्वयं चेयरमैनी चला रहे हैं।सभासद अतुल शर्मा ने कहा कि नगर पालिका अधिनियम में अध्यक्ष का प्रतिनिधि सम्बन्धी कोई प्राविधान नहीं है और ना ही आज तक ऐसा कोई शासनादेश जारी हुआ है,जिसमें अध्यक्ष की गैर मौजूदगी में उनका कोई अन्य कार्य कर सके।तीनों सभासदों ने अधिशासी अधिकारी राजभान शुक्ला से अनुरोध किया है कि उ०प्र० सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध शून्य सहनशीलता के आधार पर अध्यक्ष की अनुपस्थिति में अध्यक्ष कक्ष को बन्द रखने का आदेश पारित करने व दीपेन्द्र गुप्ता व उनके साथियों को नगर पंचायत के कार्यों में हस्तक्षेप करने पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है।लिखित शिकायत की प्रतिलिपि सचिव नगर विकास विभाग,मण्डलायुक्त और जिलाधिकारी को भेजी गयी है।