चोरी की घटना का खुलासा न होने पर डीएम और एसपी के सामने किया पीड़ित ने आत्मदाह का प्रयास

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छह माह पहले मंदिर से चोरी हुई थी अष्टधातु की दो मूर्ति, पुरवा थानेदार देते रहे आश्वासन

चोरी की घटना का खुलासा न होने पर डीएम और एसपी के सामने किया पीड़ित ने आत्मदाह का प्रयास

उमेश द्विवेदी
सिद्धि संवाददाता, पुरवा

पुरवा शासन के निर्देश पर जनपद में पहले और तीसरे शनिवार को तहसील दिवस का आयोजन किया जाता है. जिसमें संपूर्ण समाधान के निर्देश है. इसी क्रम में सैटरडे को पुरवा तहसील में डीएम अपूर्वा दुबे, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा, सीएमओ डॉ सत्यप्रकाश समेत अन्य आलाधिकारियों ने समय से पहुंचकर 205 फरियादियों की समस्या सुनी और 10 मामलों का मौके पर ही निस्तारण करवाया. अन्य समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए हैं. इसी बीच छह माह से चोरी की घटना का खुलासा न होने से परेशान एक पीड़ित तहसील परिसर में ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचा और आत्मदाह का प्रयास करने की भनक लगते ही मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया. एसपी ने संज्ञान लेकर जांच अधिकारी बदला है और खुलासे का अश्वासन दिया है.
तहसील सभागार में डीएम एसपी समेत अन्य अधिकारी फरियादियों की समस्या सुन रहे थे. इसी बीच पुरवा कोतवाली क्षेत्र के त्रिपुरारपुर गांव के रहने वाले पीड़ित भीम शंकर त्रिपाठी तहसील सभागार पहुंचे चोरी की घटना का खुलासा न होने पर आत्मदाह का प्रयास करने जा ही रहे थे की तहसील सभागार में मौजूद पुलिसकर्मियों और अफसर में हड़कंप मच गया. इस दौरान उसने एसपी से बताया 6 माह पूर्व अष्टधातु की दो मूर्ति चोरी हुई थी. उसके बाद से लगातार थाने के चक्कर काट रहे हैं. सिर्फ झूठी सांत्वना दी जा रही है. आज समाधान दिवस में गया था मैं परेशान होकर सोच लिया हूं कि ऐसे में रहना ठीक नहीं है क्योंकि जब घर पर भगवान ही ना रहे तो क्या मतलब है. हमारे पूर्वजों से लेकर अब तक मंदिर रहा है हर सुख दुख में हम लोग भगवान को मानते हैं. लेकिन आज उस मंदिर में भगवान ही नहीं है. एक पुलिस का सहारा था लेकिन पुलिस ही हमें परेशान कर रही है. एक दो संदिग्धों को पकड़ कर लाये तो उनको बता देते हैं जिससे हमारी दुश्मनी बढ़ जाती है घटना का खुलासा नहीं हुआ है जांच के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई चल रही है. इससे परेशान होकर आज मैंने निर्णय लिया था कि समाधान दिवस में डीएम के सामने आत्मदाह कर लूंगा. जिन मूर्तियों की सुरक्षा हम ना कर पाए उस जीवन को जीना बेकार है. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने हमारा बैग छीन लिया जिसमें जरूरी कागजात थे और एक बोतल ज्वलनशील पदार्थ था. एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने मामले का संज्ञान लेकर चोरी की विवेचना कर रहे विवेचक से दूसरे विवेचक को जांच दिया और घटना का खुलासा कराने की बात कही है.