मनीष कुमार
सिद्धि टुडे – उत्तर प्रदेश
कश्मीर की बर्फीली चोटियों, झुलसा देने वाले थार, कच्छ का रण और घने वर्षा वनों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं, सीमा सुरक्षा बल के अभेद्य सुरक्षा घेरे में सुरक्षित हैं
इस वर्ष रुस्तमजी स्मृति व्याख्यान शृंखला में “सीमावर्ती जनसंख्या: सीमा प्रबंधन से राष्ट्र निर्माण तक” विषय बहुत ही सामयिक एवं विषयगत है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा सीमा प्रबंधन को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए सीमा सुरक्षा की अवधारणा को पुनः परिभाषित किया जा रहा है जिसमें स्थानीय जनसंख्या को केन्द्र में रखा जा रहा है
गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने नवम्बर, 2020 में गुजरात के धोरडो (कच्छ) में आयोजित सीमान्त क्षेत्र विकासोत्सव को संबोधित करते हुए कहा था कि सीमावर्ती गाँव में रहने वाले नागरिकों को उतनी सुविधा मिलनी चाहिए जितनी हमारे शहरों में रहने वाले नागरिकों को मिलती है
सीमा सुरक्षा बल प्रभावी सीमा प्रबंधन के माध्यम से न सिर्फ राष्ट्र की रक्षा कर रहा है बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहा है