सिद्धि – उत्तर प्रदेश
कोरोना महामारी में उत्तर प्रदेश में कोरोना नियंत्रण हेतु उतर प्रदेश प्रवासियों की संस्था उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम (यूपीडीएफ) के अन्तराष्ट्रीय महासचिव सीए पंकज जायसवाल के नेतृत्व में प्रदेश के बाहर देश और विदेश के प्रवासी प्रदेश निवासियों ने कमान थाम ली है. जागरूकता फ़ैलाने के लिए फोरम ने वेबिनार और बुलेटिन के माध्यम से कोरोना जागरूकता का १० घन्टे का विडियो बैंक बनाया है जिसे सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया है. इसमें कोरोना पर सम्पूर्ण जागरूकता के लिए यूपीडीएफ के स्वीडन स्थित प्रमुख सलाहकार स्वास्थ्य एवं दुनिया के मशहूर दवा एवं संक्रामक रोग वैज्ञानिक आगरा मूल के निवासी डॉ राम उपाध्याय का कुल 8 घन्टे का प्रश्न उत्तर के फॉर्म में विडियो बैंक है जिसे जगह जगह पर हजारों लोगों और संस्थाओं द्वारा देखा गया और प्रसारित किया गया.
यूपीडीएफ की महिला विंग ने कोरोना पर महिलाओं के लिए विशेष डेस्क स्थापित किया है जिसमें लन्दन स्थित मशहूर डॉ दीप्ती जायसवाल ने २ घन्टे के विडियो के माध्यम से महिलाओं के प्रेगनेंसी, मासिक धर्म, दुग्धपान समेत कई प्रश्नों का समावेश किया है. सप्ताह में तीन दिन यूपीडीएफ सोशल मीडिया पर कोरोना के एक एक विषयों पर ३० मिनट का स्वास्थ्य बुलेटिन भी जारी कर रही है ताकि लोगों को विषय विशेष पर टुकड़े टुकड़े की जगह एक ही जगह सम्पूर्ण जानकारी मिल जाए. उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम ने किसी भी विशेष राय के लिए सोशल मीडिया पर विशेषज्ञों का नंबर भी हेल्प डेस्क के रूप में जारी किया है जो टेलीमेडिसिन के माध्यम से सेकंड ओपिनियन भी दे रही हैं.
उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम प्रवासियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के गांवों में ओक्सिमीटर-थर्मामीटर बैंक स्थापना का काम कर रहा है क्यों की आज भी गांवों में इस चीज का अभाव है और किसी के पास यह उपलब्ध नहीं रहता है जिससे समय रहते उन्हें अपने ऑक्सीजन गिरने का पता ही नहीं रहता . बकौल डॉ राम गाँवों में मौत का एक कारण हैप्पी हाईपोक्सिया भी है जिसमें ऑक्सीजन स्तर 85 से 90 के बीच होने के बावजूद भी बाहर से व्यक्ति स्वस्थ दिखता और इसी भ्रम में अचानक से एक दिन उसका ऑक्सीजन काफी नीचे गिर जाता है और उसके पास अस्पताल जाने के लिए काफी कम वक़्त मिलता है. फोरम की योजना है की ऑक्सीजन स्तर की जागरूकता ला कोरोना को शुरुवात में ही पकड़ प्रारंभिक इलाज दे दिया जाय ताकि उन्हें ऑक्सीजन या अस्पताल जाने की जरुरत ही ना पड़े और कोरोना को शुरू में ही ख़त्म कर दिया जाय.
यूपीडीएफ के अन्तराष्ट्रीय महासचिव मुंबई निवासी सीए पंकज जायसवाल के अनुसार पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के 3 कस्बों और 25 गाँवों में ओक्सिमीटर-थर्मामीटर बैंक बनाया जायेगा, जिसके माध्यम से कोरोना संभावित ग्रामीण अपना ऑक्सीजन पल्स तापमान का चार्ट प्रतिदिन का निर्माण करेंगे और फोरम की टीम उन्हें चार्ट बनाने में भी गाइड करेगी.
प्रवासियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के गांवों में पहुँचने के लिए यूपीडीएफ और अमेरिका स्थित भारतीय प्रवासियों की संस्था स्मार्टगांव फाउंडेशन मिलकर काम कर रही है, महाराजगंज का पायलट प्रोजेक्ट के बाद यूपीडीएफ और स्मार्टगांव प्रदेश के अन्य जिलों में भी स्थानीय सहयोगी संस्थाओं एवं युवाओं के माध्यम से ओक्सिमीटर-थर्मामीटर बैंक विस्तार का काम करेगी . स्मार्टगांव फाउंडेशन अमेरिका में बसे अनिवासियों एवं भारतीय मित्रों के माध्यम से भारत के कई गांवो में ऑक्सीजन कांसन्त्रटर भी उपलब्ध करा रही है.
