धरती मां के लिए एक पौधा, नारी शक्ति के लिए एक कदम” – नवाबगंज में वृक्षारोपण व महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम सम्पन्न

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अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो–सिद्धी टुडे, उन्नाव

उन्नाव
“एक पहल अपने लिए, धरती माँ के लिए – आओ मिलकर पौधा लगाएं, पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें।” इसी संदेश को साकार करने के उद्देश्य से उन्नाव जनपद के नवाबगंज ब्लॉक सभागार में आज एक विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन की पहल “कुटीवीर बाबा सेवा संस्थान, असोहा (उ.प्र.)” द्वारा की गई, जिसका उद्देश्य था – प्रकृति के संरक्षण के साथ-साथ समाज में पर्यावरणीय चेतना और महिला सशक्तिकरण की भावना का विस्तार करना।

इस अवसर की विशेषता रही कि कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उनके साथ ब्लॉक प्रमुख रवी प्रताप सिंह ने भी सहभागिता की। दोनों अतिथियों ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और स्थानीय नागरिकों को भी प्रकृति के प्रति अपने दायित्वों के प्रति जागरूक किया।

महिला सशक्तिकरण पर डॉ. मौर्या का संदेश

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. प्रियंका मौर्या ने महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य जागरूकता, पोषण सुरक्षा, और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा

देश की प्रगति तब तक अधूरी है, जब तक उसकी आधी आबादी यानी महिलाएं पूर्ण रूप से सशक्त, शिक्षित और आत्मनिर्भर नहीं बन जातीं। महिला आयोग सिर्फ एक संस्था नहीं, बल्कि यह एक संकल्प है—हर उस महिला तक पहुँचने का, जो आज भी अपने अधिकारों से वंचित है।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में बढ़ती जागरूकता को उत्साहजनक बताया और कहा कि आयोग द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता, डिजिटल साक्षरता, साइबर सुरक्षा, महिला अधिकारों और कानूनी संरक्षण से संबंधित कार्यक्रम निरंतर चलाए जा रहे हैं।

महिलाओं के लिए नए शिविरों की घोषणा

कार्यक्रम के अंत में डॉ. मौर्या ने यह भी घोषणा की कि आगामी महीनों में राज्य के विभिन्न जनपदों में महिला आयोग द्वारा “महिला जागरूकता शिविर,” “हेल्थ एंड हाइजीन कैम्प,” तथा “कानूनी सहायता कार्यशालाएं” आयोजित की जाएंगी। इन शिविरों का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति सजग करना, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशील बनाना, और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रोत्साहित करना होगा।

समाज के लिए एक प्रेरणास्पद संदेश

यह आयोजन न केवल पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व की याद दिलाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण—दोनों ही सामाजिक बदलाव की महत्वपूर्ण धुरी हैं। वृक्षारोपण और सामाजिक जागरूकता को एक साथ जोड़कर यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक प्रेरणादायक प्रयास साबित हुआ, जिसकी सराहना हर स्तर पर की जा रही है।