निखिल वर्मा
नगर संवाददाता, उन्नाव
शहर के बीचों-बीच एक बड़ा हादसा उस समय हो गया जब कचहरी से बड़ा चौराहा की ओर जा रहा एक ई-रिक्शा अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर रगड़ता हुआ बिजली के खंभे से जा टकराया। हादसे में ई-रिक्शा पर सवार कई लोग बुरी तरह घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह एक बहुत ही भयावह दृश्य था — लोग साक्षात् मौत से टकराते हुए नजर आए।
हादसे की वजह रिक्शा की “कैची” (सस्पेंशन या जोड़ का हिस्सा) का टूट जाना बताया जा रहा है। चालक का कहना है कि उसे यह ई-रिक्शा लिए अभी एक साल भी नहीं हुआ है, इसके बावजूद इतनी बड़ी तकनीकी खामी सामने आना कई सवाल खड़े करता है।
प्रश्न यह उठता है कि आखिर इस हादसे का जिम्मेदार कौन है?
क्या यह लापरवाह ड्राइविंग का नतीजा था?
या फिर रिक्शा निर्माता कंपनियों की गुणवत्ताहीन निर्माण प्रक्रिया?
इस घटना ने न केवल लोगों की जान को खतरे में डाला बल्कि यह भी साफ कर दिया कि ई-रिक्शा में गुणवत्ता और नियमित जांच की कितनी बड़ी कमी है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में ऐसे हादसे और भी जानलेवा साबित हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों की मांग है कि:
ई-रिक्शा निर्माण कंपनियों पर सख्ती की जाए।
हर रिक्शा का समय-समय पर फिटनेस टेस्ट अनिवार्य किया जाए।
और चालक को उचित प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाए।
फिलहाल घायलों का इलाज पास के अस्पताल में चल रहा है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रशासन और परिवहन विभाग को इस दिशा में जल्द ही ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।