ओमी मिश्रा
सिद्धि संवाददाता – सदर, उन्नाव
उन्नाव। अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविवार सुबह उन्नाव पहुचे। लखनऊ से उन्नाव के रास्ते जालौन जाते वक्त उन्नाव जनपद में रुके महासभा के अध्यक्ष ने मौजूदा सरकार की रीतियों नीतियों के साथ ब्राम्हणो पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए जमकर निशाना साधा। साथ ही जिले के बिहार थाना क्षेत्र के भाटनखेडा गांव में रहने वाले एक ही परीवार के सभी सदस्यों को संयत्यन्त्र के तहत कुचक्र रचकर फाँसने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच के साथ नार्को टेस्ट की भी मांग की। पीड़ित परिवार के बच्चियो से मिलकर न्याय का भरोषा दिलाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र कुमार त्रिपाठी अपने कार्यकर्ताओं के साथ जालौन की तरफ रवाना हो गए।
रविवार को उन्नाव पहुचे रा. अध्यक्ष राजेंद्र त्रिपाठी बिहार थाना क्षेत्र स्थित निवासी पीड़ित परिवार से मिले। पीड़ित परिवार ने रा. अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर न्याय संगत कार्यवाही के साथ ही पूरे प्रकरण पर निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी, परशुराम सेना अध्यक्ष प्रवेश दुबे,अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष विजय त्रिपाठी, उपाध्यक्ष चेतन मिश्र, ब्राह्मण महासभा नगर अध्यक्ष गोलू मिश्र, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा प्रवक्ता अमन त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष ब्राह्मण समन्वय समिति परीक्षित अवस्थी, श्याम पंडित, सत्य शुक्ला, लकी भट्ट, सूरज भदौरिया, रामेन्द्र अघिनोत्री, आचार्य हिमांशु पाण्डेय व कुलदीप अवस्थी सहित आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
-अध्यक्ष बोले-प्रमुख सचिव गृह समेत आलाअफसरों से करेंगे मांग-
उन्नाव। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र नाथ त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता के दौरान जिले के एक ब्राम्हण परिवार को कुचक्र के साथ फाँसने का आरोप लगाकर आक्रोश व्यक्त किया। ब्रम्हाण महासभा के अध्यक्ष ने कहा कि पूरे घटना क्रम को देखने पर ही फ़िल्म की तरह प्रतीत होता है। पूरे मसले पर एक ब्रह्माण परिवार को ही टारगेट किया गया। इतना ही नही बच्चे के गायब होने के बाद हाईटेक पुलिस बच्चे की तलाश अब तक नही कर सकी। यह सभी बिंदु भी पूरे मामले पर कई सवालिया निशान खड़े करते है। हालांकि, वार्ता के दौरान बिहार प्रकरण के परिवार जनों की मांग को उपमुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव गृह सहित डीजीपी के संज्ञान में लाया जाएगा। उधर, 2022 चुनाव के सवाल पर अध्यक्ष राजेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जो पार्टी ब्राम्हणो के हित मे काम करती देखी जाएगी, उसके सिर ताज पहनाने के लिए सभी ब्राम्हण एकत्र होंगे।