देश में अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह का काम चल रहा है। राम मंदिर को लेकर कांग्रेस विधायक कांति लाल भूरिया ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के नाम पर वर्षों में हजारों करोड़ रुपये इकट्ठा किया। वह फंड कहां गया? वे दिन में दान एकत्र करते हैं और रात में उसी पैसे का उपयोग करके शराब पीते हैं।
इस जवाब देते हुए मध्य प्रदेश प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दान सीधे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के बैंक खाते में जाता है।
मध्य प्रदेश के नेता इससे पहले भी राम मंदिर के चंदे को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। पिछले दिनों राम मंदिर निर्माण के लिए मप्र पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने 1 लाख 11 हजार 111 रुपये का चंदा दिया था। दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिये राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट को चेक भेजा। उन्होंने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए देश में लोगों से चंदा जुटाने का काम सौहार्द्रपूर्ण तरीके से करने की अपील की। इसके साथ ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने विश्व हिंदू परिषद के पुराने चंदे का लेखा-जोखा जनता के सामने रखने की भी मांग की थी।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त मंत्री सुरेंद्र जैन ने दिग्विजय सिंह के पत्र पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं ने फिर से यह सिद्ध कर दिया है कि वो देश की जनता को भी धोखा देते हैं और भगवान राम के नाम पर भी छल-कपट और धोखाधड़ी करते हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर निर्माण के लिए एक चेक भेजा तो सही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास। इसका मतलब बड़ा स्पष्ट है कि उनका इरादा राम मंदिर के निर्माण में सहयोग करना नहीं था। वो इस अवसर का अपनी ओछी राजनीति के लिए प्रयोग करना चाहते हैं और कुछ नहीं।