अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
पुरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भीखमपुर गांव निवासी एक व्यक्ति न्याय के लिए लगातार प्रयासरत है, लेकिन पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते अब तक उसे केवल आश्वासन ही मिला है।
सूत्रों के अनुसार, प्रार्थी ने एक गंभीर मामले को लेकर थाना पुरवा को एक लिखित सूचना दी थी। उम्मीद थी कि पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर रही। प्रार्थी जब-जब थाने पहुंचा या अधिकारियों से बात की, उसे सिर्फ “आज आओ”, “कल बुलाएंगे”, “देखते हैं” जैसे झूठे आश्वासन ही दिए गए।
यह सिलसिला कई दिनों से जारी है। पीड़ित व्यक्ति गांव से थाने तक चक्कर लगाता रहा, लेकिन थाने में बैठे जिम्मेदार अधिकारी उसकी पीड़ा सुनने के बजाय मामले को टालते नजर आए।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब पुरवा पुलिस ने किसी शिकायतकर्ता को टरका दिया हो। जब लिखित शिकायत पर भी कार्रवाई न हो तो आमजन कहां जाए?
अब प्रार्थी ने जिला प्रशासन और उच्चाधिकारियों से उम्मीद जताई है कि वे मामले में हस्तक्षेप कर उसे न्याय दिलाएंगे। यदि शीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो पुलिस की यह कार्यप्रणाली भविष्य में और भी पीड़ितों को हताश कर सकती है।