अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
उन्नाव। जिस मां की ममता का साया बच्चों को हर दुख से बचाता है, अगर वही सौतेली बनकर जुल्म ढाने लगे तो ज़िंदगी जहन्नुम बन जाती है। उन्नाव के पीताम्बर नगर में एक ऐसी ही दर्दनाक कहानी सामने आई है, जहां सौतेली मां की प्रताड़ना से तंग आकर एक युवती को आखिरकार पुलिस का दरवाजा खटखटाना पड़ा। कभी खाने को न देना, कभी गाली-गलौज और मारपीट, तो कभी जान से मारने की धमकी… इस अत्याचार का सिलसिला जब हद से गुजर गया, तो अंजलि (23) ने हिम्मत जुटाई और अपनी बहन के साथ कोतवाली पहुंचकर इंसाफ की गुहार लगाई।
मां की मौत के बाद खुशियों पर लगा ग्रहण
पीताम्बर नगर निवासी अखिलेश कुमार (50) की पहली पत्नी का कई साल पहले बीमारी से निधन हो गया था। घर में मां का साया उठने के बाद बेटियों की देखभाल के लिए उन्होंने दूसरी शादी की, लेकिन कुछ समय बाद दूसरी पत्नी भी उन्हें छोड़कर चली गई। इसके बाद अखिलेश ने तीसरी शादी की, लेकिन यह शादी उनकी बेटियों के लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं रही।
जब सौतेली मां ने दिखाया अपना असली रंग
अंजलि का आरोप है कि उसकी सौतेली मां भारती प्रजापति ने धीरे-धीरे उसका और उसकी बहन का जीना दुश्वार कर दिया। प्यार और देखभाल की जगह उन्हें ताने, मारपीट और प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। कभी घंटों भूखा रखती, तो कभी छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करने लगती। संपत्ति के लालच में वह दोनों बहनों को आए दिन प्रताड़ित करने लगी।
इज्जत के डर से सहती रही, लेकिन जब पानी सिर से ऊपर चला गया…
अंजलि ने समाज और परिवार की बदनामी के डर से अब तक हर सितम चुपचाप सह लिया, लेकिन जब स्थिति असहनीय हो गई और अपनी व बहन की जान पर बन आई, तो उसने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस से मदद लेने का फैसला किया।
पुलिस ने दिया कार्रवाई का भरोसा

कोतवाली पहुंची अंजलि ने पुलिस को अपनी पूरी आपबीती सुनाई और न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या पुलिस इस सौतेली मां के अत्याचारों पर लगाम लगाएगी या फिर बेटियों को अपनी लड़ाई खुद लड़नी पड़ेगी ?





























