सिद्धी संवाददाता _ लखनऊ
विश्वविद्यालय के नवीन परिसर स्थित विधि संकाय की मूट कोर्ट कमेटी द्वारा तृतीय डॉ अवतार सिंह मेमोरियल इंटरकॉलेजिएट आशु भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट , लखनऊ बेंच के अधिवक्ता डॉ अविनाश चंद्रा मौजूद रहे तथा संकाय में अध्यापक कौशलेंद्र प्रताप सिंह एवं तुषारिका दुबे बतौर जज उपस्थित रहे । कार्यक्रम के प्रारंभ में संकाय के विभाग अध्यक्ष एवं संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर सी पी सिंह ने सभी छात्रों को बधाई दी एवं बताया कि हारना जीतना तो केवल एक पहलू होता है प्रतिभाग करना स्वयं में विजेता की निशानी है तथा यदि छात्र आशु भाषण प्रतियोगिता में बोलना सीख ले तो समझ ले कि उसका व्यक्तित्व निखर गया है। इसके पश्चात डॉक्टर अविनाश चंद्रा ने प्रतियोगिता के महत्व को बताते हुए कहा की विधि के क्षेत्र में यह एक अहम प्रतियोगिता है क्योंकि जिस प्रकार एक अधिवक्ता को सूझबूझ से तत्क्षण जवाब देना आना चाहिए ठीक उसी प्रकार की कला इस प्रतियोगिता से निखरती है। साथ ही साथ ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों को समाज से जोड़ देती हैं जो कि विधि के क्षेत्र में अति आवश्यक भी है। इसके पश्चात उन्होंने विधि संकाय द्वारा निरंतर एक से एक कार्यक्रम आयोजित करने पर खुशी जताई एवं यह आश्वासन भी दिया कि संकाय को उनकी जब आवश्यकता होगी वह मौजूद रहेंगे। प्रतियोगिता में कुल 35 छात्रों ने आवेदन किया एवं कंटेंपरेरी तथा सामान्य विषयों जैसे कि मैरिटल रेप , लॉकडाउन , क्लाइमेट चेंज आदि पर बखूबी अपने विचार रखे। जजेज द्वारा प्रतियोगिता के परिणाम घोषित होने तक छात्रों में कौतूहल की स्थिति थी क्योंकि सभी छात्रों ने एक से बढ़कर एक प्रदर्शन किया । लखनऊ विश्वविद्यालय विधि संकाय की प्रथम वर्ष की छात्रा , रिचा गुप्ता प्रतियोगिता में प्रथम रही तथा यूनिटी पीजी लॉ कॉलेज के छात्र , राघवेंद्र प्रताप सिंह रनर अप रहे। विजेताओं को मैरिट सर्टिफिकेट एवं नगद राशि इनाम स्वरूप दी जाएगी।