उन्नाव प्रजापति सभा का चतुर्थ सामूहिक विवाह 16 नवम्बर को

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अनुज कुमार वर्मा 

ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव 

 

सात जोड़े लेंगे वैवाहिक जीवन में प्रवेश, वर-वधुओं को वितरित किए गए वस्त्र

 

सामाजिक समरसता और दहेज प्रथा के खिलाफ एक सशक्त संदेश देने वाली उन्नाव प्रजापति सभा इस वर्ष भी अपने परंपरागत आयोजन — दहेजरहित चतुर्थ सामूहिक विवाह समारोह — का आयोजन करने जा रही है। यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम आगामी 16 नवम्बर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले सात जोड़े वैवाहिक जीवन में प्रवेश करेंगे।

 

आयोजन की तैयारियों को लेकर बुधवार को शहर के सामुदायिक भवन में एक विशेष बैठक व कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विवाह में सम्मिलित होने वाले सभी वर-वधुओं के परिजनों को वस्त्र एवं आवश्यक सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों को समारोह की रूपरेखा और व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई, ताकि आयोजन को गरिमामय और सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराया जा सके।

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता सभा के अध्यक्ष गायत्रीप्रसाद प्रजापति ने की। उन्होंने उपस्थित परिजनों और समिति सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि “सामूहिक विवाह न केवल दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ सामाजिक संदेश देता है, बल्कि यह समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है।” उन्होंने सभी जोड़ों के परिजनों से अपील की कि वे समय से निर्धारित स्थल पर उपस्थित हों, जिससे विवाह कार्यक्रम बिना किसी बाधा के संपन्न कराया जा सके।

 

इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ सदस्य कन्हैयालाल प्रजापति, डॉ. महाबीर प्रजापति, रामनरेश प्रजापति, रामदत्त प्रजापति, जगन्नाथ प्रजापति सहित जिला एवं ब्लॉक कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी ने सामूहिक विवाह की इस पहल को समाज सुधार की दिशा में एक प्रेरक कदम बताया।

 

समाज के लोगों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए सहारा बनते हैं, बल्कि यह सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सामूहिक चेतना को भी बढ़ाते हैं।

उन्नाव प्रजापति सभा का यह चौथा आयोजन समाज के लिए एक नई मिसाल पेश करेगा और आने वाली पीढ़ियों को दहेजमुक्त विवाह की प्रेरणा देगा।