अनुज कुमार वर्मा
ब्यूरो –सिद्धि टुडे, उन्नाव
तीन बच्चों के साथ कप्तान कार्यालय पहुँची सीमा, कहा— “हादसा नहीं, सुनियोजित हत्या है”
उन्नाव, 15 मई 2025:
कानपुर नगर के थाना चौबेपुर क्षेत्र के ग्राम किशुनपुर निवासी सीमा अपने पति की संदिग्ध मौत को लेकर बीते कई महीनों से न्याय की गुहार लगा रही हैं। सीमा का कहना है कि यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं थी, बल्कि पूर्व नियोजित साजिश के तहत उनके पति की हत्या की गई और उसे एक्सीडेंट का रूप देकर मामले को दबाने की कोशिश की गई।
घटना 23 नवम्बर 2024 की है, जब सीमा के पति बीरेन्द्र, ग्राम गनेश खेड़ा (थाना अचलगंज, उन्नाव) निवासी अंकित पुत्र संतोष के साथ एक बारात में गए थे। लौटते समय रास्ते में बीरेन्द्र की तबीयत अचानक बिगड़ने की सूचना अंकित ने फोन पर सीमा को दी। जब तक सीमा अस्पताल पहुँचीं, उनके पति बेहोशी की हालत में थे। बाद में हालत बिगड़ने पर उन्हें चरक नर्सिंग होम, कानपुर और फिर लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सीमा का आरोप है कि उनके पति के गले की सोने की चैन और हाथ की अंगूठी भी गायब थी, जिससे संदेह और गहरा हो गया। उन्होंने सीधे तौर पर अंकित, उसकी मां गोमती, पिता संतोष और एक अन्य व्यक्ति संजय पर साजिश रचने और हत्या करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं और उन्हें लगातार धमकियां भी मिल रही हैं।
घटना की सूचना तत्काल थाना अचलगंज में दी गई, लेकिन अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। इसके बाद 6 दिसंबर 2024 को सीमा ने पुलिस अधीक्षक, उन्नाव को भी प्रार्थना पत्र सौंपा, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
आज 15 मई 2025 को सीमा अपने तीन बच्चों के साथ एक बार फिर कप्तान कार्यालय पहुँचीं। उन्होंने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, जहाँ से उन्हें मामले की जांच का आश्वासन मिला है।
सीमा का कहना है, “मेरे पति की हत्या एक सोची-समझी साजिश थी। अगर समय रहते पुलिस ने कार्रवाई की होती, तो आज शायद दोषी सलाखों के पीछे होते। अब भी उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।”
न्याय के इंतजार में एक माँ और उसके तीन मासूम बच्चे—क्या मिलेगी साजिश से पर्दा उठाने वाली कार्रवाई?