डॉ. पूजा सिंह गंगानिया: त्याग समर्पण व संतुष्टि, के भाव सहित नि:स्वार्थ सेवा एवं मानवता की मिसाल

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कामिनी झा

सिद्धि संवाददाता – नई दिल्ली

वर्तमान दौर में जहां मनुष्य केवल स्वार्थ की ही भाषा जानता है उनमें से कुछ व्यक्तित्व ऐसे भी हैं जो समाज के प्रति अपने कर्तव्य का वास्तविक व सकारात्मक बोध रखते हैं। और समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाकर समाज को स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि प्रत्येक व्यक्ति समाज में सम्मान के साथ अपना जीवन यापन कर सके। अर्थात वर्तमान समय में समाज में व्याप्त विषमताएं समाप्त हों एवं मानवता सच्चे अर्थों में स्वयं को सिद्ध कर सके। और इसी मानवतावादी विचारधारा के आधार पर हमारी भारतीय संस्कृति पल्लवित हो तथा “वसुधैव कुटुंबकम” का कथन सदैव जीवित रहे। आज भी समाज में परमार्थ को अपने जीवन की अमूल्य निधि मानकर आत्मीय समर्पण के भाव को लेकर अपने जीवन पथ पर अग्रसर हैं।अपनी नेक नियत के दम बिना किसी लाभ की अपेक्षा व सिर्फ आत्मा की संतुष्टि एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य करते हैं। उनमें से एक नाम है डॉ० पूजा सिंह गंगानिया जिन्होंने भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने के अतिरिक्त बिना भेद भाव के “नर सेवा नारायण सेवा” के विचार को दृष्टि में रखते हुए बहुत से अनुकरणीय सामाजिक कार्य किए हैं । वह समाज सेवा के मूल मंत्र यानि “एक हाथ से की गई मदद का पता दूसरे हाथ को न चल सके” के सिद्धांत को लेकर तथा अनेक बाधाओं से बिना विचलित हुए अपने कर्तव्य पथ पर बढ़ती जा रही हैं। पेशे से डॉक्टर पूजा सिंह गंगानिया जी ने समय-समय पर बहुत सारे अलग-अलग मेडिकल कैंप आयोजित किए जिनमें अवसाद जिसको हम डिप्रेशन के नाम से जानते हैं, के कारण और निवारण, मानसिक रूप से अविकसित बच्चों को सामाजिक समानता के लिए प्रयास, गुरुकुल में रह रही बच्चियों को समय-समय पर भोजन व पठन सामग्री आदि उपलब्ध करवाना आदि प्रशंसनीय कार्य किए, ताकि उनकी शिक्षा में कोई अवरोध उत्पन्न न हो। कोरोना काल में उन्होंने समाज के लिए या यूं कहिए जरूरतमंदों के लिए राशन वितरण, मास्क एवं सैनिटाइजर एवं वस्त्रादि का वितरण किया। उन्होंने वूमेन हाइजीन को लेकर समय-समय पर सेनेटरी पैड, मल्टी विटामिन्स एवं अन्य दवाइयां वितरित की। डॉक्टर पूजा ने झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिए नि:शुल्क स्कूल की स्थापना की, ताकि बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा बाहर आ सके और वह अपने माता-पिता और देश का नाम रोशन कर सके। वो समाज तक ही सीमित न रह कर राष्ट्र हित में पर्यावरण संरक्षण के लिए भी निरन्तर यथा संभव बहुत से सार्थक प्रयास कर रहीं हैं। उनके द्वारा बालिकाओं एवं समाज के लिए किए गए कार्यों को द्रुत गति प्रदान करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उनको जिला गौतमबुद्ध नगर के लिए “बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान की बागडोर उनके हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है। समाज एवं देश के प्रति उनके सेवा भावी कार्यों को कोटिश: नमन व साधुवाद।