सिद्धि संवाददाता– हरदोई
हरपालपुर (अर्जुनपुर): एक गर्भवती महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने फिर से समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले अत्याचार और घरेलू हिंसा की भयावहता को उजागर कर दिया है। हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के अर्जुनपुर गांव में इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
27 वर्षीय सोनी, जो नौ महीने की गर्भवती थीं, की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई। मृतका की मां चमेली देवी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सकट पर लड्डू न बना पाने के कारण ससुरालवालों ने उनकी बेटी को रस्सी से बांधकर पीटा, जिसके कारण उनकी हालत खराब हुई और अंततः मौत हो गई।
सोनी की शादी आठ साल पहले नरेंद्र से हुई थी। सोमवार शाम को उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें फर्रुखाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इसके बाद ससुरालवाले शव लेकर घर लौट आए और सुबह मृतका की मां को सूचित किया।
चमेली देवी के अनुसार, सोनी को उनके ससुरालवालों ने न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित किया। उनका दावा है कि सकट के मौके पर पूजा की तैयारी में लड्डू न बना पाने के कारण सोनी को पीटा गया, जिससे उनकी जान चली गई।
पुलिस कार्रवाई और आगे की राह
मामले में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। क्षेत्राधिकारी (सीओ) शिल्पा कुमारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समाज के लिए सबक
यह घटना केवल घरेलू हिंसा का मामला नहीं है, बल्कि यह समाज की उस मानसिकता को भी उजागर करती है, जो महिलाओं पर अवांछित दबाव डालती है। गर्भवती महिला, जो पहले से ही शारीरिक और मानसिक रूप से संवेदनशील होती है, पर ऐसे तुच्छ कारणों से अत्याचार किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।